स्कूलों की हालत पर सवाल – बच्चों का भविष्य खतरे में
Rewa जिले में सरकारी स्कूलों की हालत को लेकर एक नई रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सरकारी दावे बच्चों के भविष्य को लेकर खोखले साबित हो रहे हैं। स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं की कमी और शिक्षकों की अनुपस्थिति जैसी समस्याएँ बच्चों की पढ़ाई में रुकावट डाल रही हैं।
सरकारी दावों की पोल
स्कूलों की जर्जर हालत
रिपोर्ट में बताया गया है कि कई सरकारी स्कूलों की इमारतें जर्जर हो चुकी हैं। छतों से पानी टपकता है, और दीवारें भी गिरने की कगार पर हैं। इससे बच्चों की सुरक्षा पर भी सवाल उठ रहे हैं।
शिक्षकों की कमी
कई स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है। कभी-कभी एक ही शिक्षक को कई कक्षाओं को पढ़ाना पड़ता है, जिससे बच्चों को उचित शिक्षा नहीं मिल पा रही है।
बच्चों का भविष्य खतरे में
इन समस्याओं के कारण बच्चों की पढ़ाई में बाधाएँ आ रही हैं। सरकारी दावों के बावजूद, ज़मीनी स्तर पर स्थिति बहुत खराब है। अगर जल्द ही सुधार नहीं हुआ, तो आने वाली पीढ़ी का भविष्य अंधकारमय हो सकता है।
लोगों की आवाज़
स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने कई बार अधिकारियों से शिकायत की है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। वे चाहते हैं कि सरकार उनकी समस्याओं को गंभीरता से ले और जल्द से जल्द समाधान निकाले।