मौसम क्रिकेट फिल्म रिव्यू महिला वर्ल्ड कप स्पोर्ट्स बॉलीवुड जॉब - एजुकेशन बिजनेस लाइफस्टाइल राजनीति विदेश राशिफल लाइफ - साइंस आध्यात्मिक अन्य

---Advertisement---

रीवा न्यूज़: नष्टिगवा स्कूल ने खोल दी सरकारी दावों की पोल, बच्चों का भविष्य संकट में

On: September 16, 2025 2:01 PM
Follow Us:
---Advertisement---

स्कूलों की हालत पर सवाल – बच्चों का भविष्य खतरे में

Rewa जिले में सरकारी स्कूलों की हालत को लेकर एक नई रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सरकारी दावे बच्चों के भविष्य को लेकर खोखले साबित हो रहे हैं। स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं की कमी और शिक्षकों की अनुपस्थिति जैसी समस्याएँ बच्चों की पढ़ाई में रुकावट डाल रही हैं।


सरकारी दावों की पोल

स्कूलों की जर्जर हालत

रिपोर्ट में बताया गया है कि कई सरकारी स्कूलों की इमारतें जर्जर हो चुकी हैं। छतों से पानी टपकता है, और दीवारें भी गिरने की कगार पर हैं। इससे बच्चों की सुरक्षा पर भी सवाल उठ रहे हैं।

शिक्षकों की कमी

कई स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है। कभी-कभी एक ही शिक्षक को कई कक्षाओं को पढ़ाना पड़ता है, जिससे बच्चों को उचित शिक्षा नहीं मिल पा रही है।


बच्चों का भविष्य खतरे में

इन समस्याओं के कारण बच्चों की पढ़ाई में बाधाएँ आ रही हैं। सरकारी दावों के बावजूद, ज़मीनी स्तर पर स्थिति बहुत खराब है। अगर जल्द ही सुधार नहीं हुआ, तो आने वाली पीढ़ी का भविष्य अंधकारमय हो सकता है।


लोगों की आवाज़

स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने कई बार अधिकारियों से शिकायत की है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। वे चाहते हैं कि सरकार उनकी समस्याओं को गंभीरता से ले और जल्द से जल्द समाधान निकाले।

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now

और पढ़ें

1 thought on “रीवा न्यूज़: नष्टिगवा स्कूल ने खोल दी सरकारी दावों की पोल, बच्चों का भविष्य संकट में”

  1. Hello would you miknd stating which blopg platform
    you’re working with?I’m going to start my own blog soon but
    I’m havin a hard time making a decision between BlogEngine/Wordpress/B2evolution and
    Drupal. The reason I ask iss because your design seems different then most blogs and I’m looking for something completely unique.
    P.S Apologies for getting off-topic but I had to ask! https://truepharm.org/

    Reply

Leave a Comment